रंग बदलती मेहंदी - by Akanksha
रंग बदलती मेहंदी
मेरे हाथों की रंगत है मेहंदी
तेरी संगत का रंग है मेहंदी
कभी फीकी पड़े तो मन मे
ख़्याल आता है ।
तेरा प्यार कम हुआ
ये अंदेशा हुआ जाता है
रक्षाबन्धन पर भाई की कलाई सजाती राखी
और बहन की राचनी मेहंदी
सौभाग्य की दुआएं देती
खुशियों की सौगात देती
रंग बदलती मेहंदी
करवा चौथ पर सुहाग बन
धीरे से हाथों में उतरती
पति की लंबी उम्र की कामना करती
चांद को देख व्रत खोलती
रंग बदलती मेहंदी
दीवाली पर लक्ष्मी बन मेरे हाथों में उतरती
पूजा का थाल सजाती
दीपक व मोमबत्ती जलाती
रंग बदलती मेहंदी
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