भारत प्यारा देश हमारा - by Abhilasha "Abha"

 


भारत देश हमारा प्यारा,

सब देशों से है यह न्यारा,

सिर मुकुट है जिसके हिमालय,
बर्फ का है वो सुंदर आलय।


अरुणाचल के आंचल में उगता,
सूर्य अपनी छटा बिखेरे,
मन मुग्ध हो जाता है,
उनके दर्शन कर सुबह सवेरे।

पतित पावनी गंगा यहां बहती,
पापियों के पाप धोती,
भागीरथ उसे धरती पर लाए,
शिवजी उस वेगवती को जटा समाए।

कृष्ण और राम की पवित्र जन्मभूमि,
मथुरा और अयोध्या यहीं बन पाई,
जन्मे यहां अनेक ऋषि मुनि,
कौन कर सकेगा जिसकी भरपाई।

चारों धाम है यहीं पर,
वेद और पुराण यहीं पर,
सभ्यता और संस्कृति जननी यहां,
रहीम, कबीरा, सूरदास यहीं पर।


सागर जिसके चरणों को 
धोता,
ऐसा भारत देश हमारा,
हमको तो है अपना देश,
अपने प्राणों से भी प्यारा।

Writer:- Abhilasha "Abha"
From:- Patna, Bihar


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