शिक्षा का महत्व - by Renu Sharma


KB Writers

शिक्षक दिवस लेखन प्रतियोगिता

प्रतियोगिता संख्या- 2

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प्रतिभागी का नाम - Renu Sharma


शिक्षा मानव को एक अच्छा इंसान बनाती है । और शिक्षा एक ज्ञान प्राप्ति का माध्यम है जिससे हम अपने संस्कारों एवम् व्यवहारों का निर्माण करते हैं । शिक्षा हमें इस योग्य बनाती है कि हम अपने वातावरण में समायोजित होकर अपनी क्षमताओं एवम् निहित योग्यताओं का पूर्ण विकास कर अपने परिवार, समाज, तथा राष्ट्र को ऊपर उठा सके ।  अज्ञान से दूर होकर ज्ञान की ओर जा सके। एक इंसान को सभ्य और जिम्मेदार नागरिक बना सके । शिक्षा हमें एक इंसान से नहीं हर उस व्यक्ति से प्राप्त होती है जो हमें सीखाते है या हमारा मार्गदर्शन करते है । कभी - कभी अनुभवों से भी हम बहुत कुछ सीख लेते है शिक्षा ग्रहण करने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं होती है जन्म से लेकर मृत्यु तक हम कुछ न कुछ सीखतें रहते है ।

शिक्षा, समाज में एक पीढ़ी द्वारा अपने से निचली पीढ़ी को अपने ज्ञान के हस्तांतरण का प्रयास होता है। शिक्षा व्यक्ति
की अंतर्निहित क्षमता तथा उसके व्यक्तित्त्व को विकसित करने वाली प्रक्रिया है । यही प्रक्रिया उसे समाज में सभ्य और जिम्मेदार नागरिक बनाती है और उसके विचारों को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाती है तथा समाज के सदस्य को एक जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान तथा कौशल उपलब्ध कराती है । शिक्षा इंसान को सत्य  और असत्य से अवगत करा कर उसे आन्तरिक और बाहरी रूप से परिपक्व बना देती है । शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है ।


शिक्षा की संकल्पना


शिक्षा मनुष्य के विकास की पूर्णता की अभिव्यक्ति है। शिक्षा स्वयं को पहचानने व अपनी शक्तियों को पहचानने की क्षमता का विकास करते हैं।

प्लेटो का कथन है कि “अज्ञान समस्त विपत्तियों का मूल कारण है अज्ञानी रहने की अपेक्षा जन्म न लेना ही अच्छा है।

महर्षि वेदव्यास का कथन है कि ” ज्ञान जीवन के सत्य का दिग्दर्शन ही नहीं करता बल्कि वह व्यक्ति को बोलना ,चलना, व्यवहार करना भी सिखाता है

शिक्षा पर विद्वानों के विचार


समाजशास्त्रियों, मनोवैज्ञानिकों व नीतिकारों ने शिक्षा के सम्बन्ध में अपने विचार दिए हैं। शिक्षा के अर्थ को समझने में ये विचार भी हमारी सहायता करते हैं। कुछ शिक्षा सम्बन्धी मुख्य विचार यहाँ प्रस्तुत किए जा रहे हैंः –

1 ) शिक्षा से मेरा तात्पर्य बालक और मनुष्य के शरीर, मन तथा आत्मा के सर्वांगीण एवं सर्वोत्कृष्ट विकास से है। (महात्मा गांधी)
2 ) मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है। (स्वामी विवेकानन्द)
3 ) शिक्षा व्यक्ति की उन सभी भीतरी शक्तियों का विकास है जिससे वह अपने वातावरण पर नियंत्रण रखकर अपने उत्तरदायित्त्वों का निर्वाह कर सके। (जॉन ड्यूवी)
4 ) शिक्षा व्यक्ति के समन्वित विकास की प्रक्रिया है। (जिद्दू कृष्णमूर्ति)
5 ) शिक्षा का अर्थ अन्तःशक्तियों का बाह्य जीवन से समन्वय स्थापित करना है। (हर्बट स्पैन्सर)
6 ) शिक्षा मानव की सम्पूर्ण शक्तियों का प्राकृतिक, प्रगतिशील और सामंजस्यपूर्ण विकास है। (पेस्तालॉजी) 7 ) शिक्षा राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक विकास का शक्तिशाली साधन है, शिक्षा राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं राष्ट्र कल्याण की कुंजी है।
8 ) शिक्षा बच्चे की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति का साधन है। (‘सभी के लिए शिक्षा’ पर विश्वव्यापी घोषणा, 1990)


प्राचीन भारत में शिक्षा का मुख्य उद्देश्य ‘मुक्ति’ की चाह रही है (सा विद्या या विमुक्तये / विद्या उसे कहते हैं जो विमुक्त कर दे)। बाद में समय के रूप बदलने से शिक्षा ने भी उसी तरह उद्देश्य बदल लिए।

शिक्षा का वास्तविक अर्थ


प्राचीन समय में शिक्षक विद्या कहा जाता था। विद्या शब्द की उत्पत्ति ‘विद’ धातु में “’ प्रत्यय लगाने से हुई है।जिसका अर्थ है जानना । प्राचीन समय में ज्ञान को मानव जीवन के विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है।
शिक्षा शब्द संस्कृत के शिक्ष धातु में आ प्रत्यय लगाने से हुई है जिसका तात्पर्य सीखना और सिखाना।

शिक्षा को आंग्ल भाषा में एजुकेशन(Education) कहते हैं। शिक्षा शास्त्रियों के अनुसार एजुकेशन शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्दो से हुई है ।

- जब हम शिक्षा शब्द के प्रयोग को देखते हैं तो मोटे तौर पर यह दो रूपों में प्रयोग में लाया जाता है, व्यापक रूप में तथा संकुचित रूप में। 

व्यापक अर्थ में शिक्षा किसी समाज में सदैव चलने वाली सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास, उसके ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि एवं व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और इस प्रकार उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनाया जाता है। मनुष्य क्षण-प्रतिक्षण नए-नए अनुभव प्राप्त करता है व करवाता है, जिससे उसका दिन-प्रतिदन का व्यवहार प्रभावित होता है। उसका यह सीखना-सिखाना विभिन्न समूहों, उत्सवों, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो, टेलीविजन आदि से अनौपचारिक रूप से होता है। यही सीखना-सिखाना शिक्षा के व्यापक तथा विस्तृत रूप में आते हैं। 

संकुचित अर्थ में शिक्षा किसी समाज में एक निश्चित समय तथा निश्चित स्थानों (विद्यालय, महाविद्यालय) में सुनियोजित ढंग से चलने वाली एक सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा विद्यार्थी निश्चित पाठ्यक्रम को पढ़कर संबंधित परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना सीखता है।

शिक्षा का महत्व 

बेहतर शिक्षा सभी के जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक है। यह हम सभी में  आत्मविश्वास विकसित करने के साथ ही हमारे व्यक्तित्व निर्माण में भी सहायता करती है। स्कूली शिक्षा सभी के जीवन में अहम भूमिका निभाती है। पूरे शिक्षा तंत्र को प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और उच्च माध्यमिक शिक्षा जैसे को तीन भागों में बाँटा गया है। शिक्षा के सभी स्तर अपना एक विशेष महत्व और स्थान रखते हैं। हम सभी अपने बच्चों को सफलता की ओर जाते हुए देखना चाहते हैं, जो केवल अच्छी और उचित शिक्षा के माध्यम से ही संभव है।

जीवन में सफलता हासिल करने और खुद को साबित करने में शिक्षा अपनी अहम भूमिका निभाती है बिना शिक्षा के एक इंसान पुतले के समान है जिसमे प्राण तो है पर कुछ कर दिखाने का जज्बा नहीं अपनी बात रखने का विश्वास नहीं होता है जितने भी महापुरुष हुए उन्होंने शिक्षा के बलबूते पर ही खुद को साबित किया और इतिहास में अपना नाम सुनहरे पन्नो में लिख सके। शिक्षा इंसान को कोयले से सोना बना देती है उसके व्यक्तित्त्व और व्यवहार में सकारात्मक ऊर्जा भर देती है । सही और गलत में फर्क समझाती है । शिक्षा जीवन का एक अहम हिस्सा होता है जिसके बिन जीवन जीना व्यर्थ होता है ।

ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी डिक्शनरी के अनुसार, ज्ञान का अर्थ है शिक्षा या अनुभव के माध्यम से तथ्य, सूचना और कौशल प्राप्त करना। ज्ञान किसी विषय के सैद्धांतिक या व्यावहारिक समझ का गठन करता है। मानव समाज के वंशज, वानर व् अन्य जानवरों से केवल ज्ञान और उपयोग के कारण अलग हैं। ज्ञान केवल शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।


यह बिना कहे ही जाना जा सकता है कि समानता बनाने तथा आर्थिक स्थिति के आधार पर बाधाओं तथा भेदभाव को दूर करने के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। राष्ट्र की प्रगति और विकास सभी नागरिकों की शिक्षा के अधिकार की उपलब्धता पर निर्भर करता है। एक पाकिस्तानी स्कूल छात्रा मलाला यूसुफजई को शिक्षा के अधिकार के लिए तालिबान से धमकी मिली थी। तालिबान में उसके सिर पर गोली मार दी गई थी लेकिन इसके बाद भी जीवित रही और तब से वह मानव अधिकार, महिलाओं के अधिकार और शिक्षा के अधिकार के लिए एक वैश्विक पक्षधर बन गई है।

व्यावसायिक कौशल के माध्यम से जीविका चलाने की योग्यता के अलावा, शिक्षा के परिणाम बहुत भिन्न हैं जिनमें निम्न शामिल हैं –

एक समाज की सभ्यता के माध्यम से लोकतंत्र का संवर्धन होगा, जो बदले में पूरे देश के सामंजस्यपूर्ण विकास में मदद करेगा। विश्व में शांति उत्पन्न करना। व्यक्तिगत स्तर पर, शिक्षा – परिपक्वता और व्यक्तित्व के एकीकरण में मदद करती है, जिससे व्यवहार के सही संशोधन और संपूर्ण जीवन के साथ एक मानवीय सौदे में सम्पूर्ण मदद मिलती है।

वास्तव में, यह कहा गया है कि “जीवन की कीमत को इस प्रकार मापा जा सकता कि कितनी बार आपकी आत्मा ने आपको अंदर से झझकोरा है।” यह शिक्षा ही है जो किसी के जीवन में हलचल मचा सकती है।

शिक्षा का हमारे जीवन में क्या महत्व है

शिक्षा हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है शिक्षा का हमारे जीवन में अहम योगदान होता है

1 ) अच्छा नागरिक बनाने में सहायक - अच्छा नागरिक बनने के लिए हमरा पढ़ना लिखना बहुत जरुरी होता है अच्छे नागरिक में ही शिक्षा का महत्व पाया जाता है । उसके अंदर शिक्षा की ललख देखी जाती है क्योंकि हर एक शिक्षित नागरिक को उसके मौलिक, नैतिक व कानूनी अधिकार के बारे में जानकारी होती है जिसकी वजह से वह देश का एक जिम्मेदार नागरिक कहलाता है ।

2 ) समाज का नजरिया शिक्षित व्यक्ति सम्मान का पात्र -
आपने देखा होगा की जो लोग पढ़ते-लिखते नहीं है या फिर कम पढ़े-लिखे होते हैं उनकी ज्यादा अच्छी नौकरी नहीं लग पाती है और जिसके पास नौकरी अच्छी नहीं होती उनका समाज में सम्मान भी कम ही होता है । इसीलिए आपको यह याद रखना है कि शिक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है इसकी वजह से हमें हमारे समाज में सम्मान मिलता ।

3 ) शिक्षा द्वारा आत्मनिर्भरता का विकास -
एक इंसान शिक्षित होने के बाद खुद की जिम्मेदारियों को समझने लगता है और उसे अपने सभी अधिकारों की जानकारी होती चली जाती है जिसकी वजह से वह आत्म-  विश्वासी तथा आत्मनिर्भर इंसान बन जाता है । जिससे उसे किसी प्रकार का भय नहीं रहता इसीलिए पढ़ाई हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिससे की हम आत्मनिर्भर बन सके।

4 ) समानता -
आपने देखा होगा जो पढ़े लिखे लोग होते हैं उन्हें हमारे समाज में बहुत इज्जत मिलती है उनके साथ किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है । आपने देखा होगा की हमारे भारत देश में लोग धर्म, जाति व लिंग तथा अशिक्षित के आधार पर लोगों के बीच समानता करते हैं इसीलिए अगर आप पढ़ लिख जाते है तो यह समस्या दूर हो जाएगी और सबको समान समझा जाएगा ।

शिक्षा के निम्नलिखित महत्व -

1.शिक्षा का महत्व व्यक्ति के प्रत्येक पहलू को विकसित करके इसका चारित्रिक निर्माण करती है।

2. शिक्षा राष्ट्रीय जीवन में व्यक्ति के अंदर राष्ट्रीय एकता, भावनात्मक एकता, सामाजिक कुशलता तथा राष्ट्रीय अनुशासन आदि भावना को विकसित करके उसे इस योग्य बना देती है।कि वह सामाजिक कर्तव्य को पूरा करते हुए राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देने के लिए ओत-प्रोत हो जाता है।

3 . शिक्षा व्यक्ति के समन्वित विकास के साथ - साथ उसे हर कठिन कार्य के लिए सक्षम बनाती है उसे हर मुश्किल का सामना करने की हिम्मत देती है ।

4 . शिक्षा से ही हर असंभव कार्य सम्भव हो जाता है और उत्तम समाज का निर्माण आसानी से हो पाता है ।

5 . शिक्षा अर्थात मानव का कल्याण शिक्षा से ही सम्भव है ।



100 comments:

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  2. प्रगतिशील लेखन

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  3. शिक्षा के बारे बहुत ही शानदार व्यख्यान ।

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  4. शिक्षा के बारे में बहुत महत्वपूर्ण व्याख्यान, बहुत बढ़िया लेख..👌👌👌

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  5. Education is very important in the life ND you define as very well this importance Gud job ND keep it up ��

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  6. रेणु जी आपने शिक्षा के महत्व को बखूबी समझाया है हम आपकी लेखनी के समक्ष नतमस्तक है

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  7. रेणु जी आपने शिक्षा के महत्व को बखूबी समझाया है हम आपकी लेखनी के समक्ष नतमस्तक है

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  8. बहुत ही आसान ढंग से शिक्षा के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत करता लेख!

    बधाई!

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  9. रेणु जी,बहुत सुंदर... मोती की तरह शिक्षा का महत्व अपनी लेखनी द्वारा हम सभी को समझाया हार्दिक बधाई

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  10. Nice renu ji शिक्षा जीवन के लिए तैयारी नहीं है; शिक्षा ही जीवन है.

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  11. सूंदर और सटीक लिखा
    हार्दीक शुभकामनाएं

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  12. सूंदर और सटीक लिखा
    हार्दीक शुभकामनाएं

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  13. बहुत अच्छे शब्दों में व्याख्यान किया है l

    अति सुंदर और सटीक l
    शब्दों की जमावट तथा अर्थ दोनों ही प्रतिकूल हैं l

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  14. बहुत अच्छे शब्दों में व्याख्यान किया है l

    अति सुंदर और सटीक l
    शब्दों की जमावट तथा अर्थ दोनों ही प्रतिकूल हैं l

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  15. आपकी आलोचनात्मक सूक्ष्म दृष्टि और सकारात्मक नजरिये से निकली ये पोस्ट वाकई बहुत सारगर्भित ,सटीक और यथार्थ है ।।।।

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  16. आपकी आलोचनात्मक सूक्ष्म दृष्टि और सकारात्मक नजरिये से निकली ये पोस्ट वाकई बहुत सारगर्भित ,सटीक और यथार्थ है ।।।।

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  17. it's a greater way to Express your knowledge and tell us importance very well, It's a totally appreciate ma'am.

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  18. आपका वक्तव्य प्रेरणादायी है, ऐसे ही आप प्रेरणा देते रहे और आगे बढे रेणु जी

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  19. बहुत अच्छे तरीके से समझाया है आपने शिक्षा का महत्व रेनू जी

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  20. Pramod Thakur
    रेनू जी ज्ञानवर्धक साहित्यक सृजन

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  21. रेनू जी ज्ञान वर्धक आलेख

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  22. Keep going....choice of words are beautiful.

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  23. एक कवित्री द्वारा रचित बेहतरीन कविता।

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  24. बहुत सुंदर तरीके से आपने शिक्षा का महत्व समझाया है,
    ज्ञान में निवेश सबसे अच्छा ब्याज देता है।

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  25. रेणु जी आपने शिक्षा के बारे में बहुत ही अच्छे से समझाया है और आपकी लेखनी वाकई में काबिलेतारीफ है

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  26. रेणु जी बहुत ही प्ररेणापरक संदेश बहुत बहुत बधाई

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  27. हार्दिक बधाई,सुंदर आलेख🌷

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  28. रेणु जी आपने शिक्षा जगत में बहुत अच्छी उपलब्धि प्राप्त की है और बहुत अच्छी कविता लिखने के लिए आपको धन्यवाद

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  29. आपने शिक्षा के महत्व बहुत ही आसान तरीके से समझाए है आपके द्वारा लिखा हुआ हर शब्द अनमोल है आपने सही कहा शिक्षा से ही व्यक्ति का सर्वांगीण विकास सम्भव होता है और मनुष्य वातावरण में खुद को समायोजित कर पाता है

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  30. जी वाहह आपने सच में बहुत ही अलग तरीके से शिक्षा को समझाया है मैं आपके लेखन के समक्ष नतमस्तक हूं

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  31. बहुत खूब लिखा है आपने

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  32. बहुत खूब लिखा है आपने

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  33. वाह बहुत सुंदर आलेख लिखा आपने आपको हार्दिक बधाई ।

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  34. बहुत ही अच्छा लेख , लेखिका जी
    शिक्षा के बारे में आपने बहुत ही अच्छा लिखा है।

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  35. शिक्षा के अद्भुत ज्ञान को आपने बेहतरीन तरीके से प्रदर्शित किया आ0 जी
    बहुत ही सुन्दर

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  36. बहुत खूब आपके द्वारा लिखा हर शब्द अनमोल है

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  37. Education makes a man perfect and you defined it well...good job keep it up Renu👏

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  38. Nice article by renu sharma
    By-sunil pandya 9001696867

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  39. Nice article by renu sharma on sublect शिक्षा का महत्व

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  40. Nice article by renu sharma
    By-sunil pandya 9001696867

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  41. रेणु जी आपने शिक्षा के महत्व को बखूबी समझाया हैं आपके सम्मान में जितने शब्द लिखे उतने ही कम है nitesh sharma 🙏🙏🙏🙏

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  42. Very Nice lines 👍
    Sanjay SharmaA

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  43. Lovely lines dear..
    Shine always
    Best wishes fr ur bright future

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  44. wow bhot khoob dear renu beta apne apne sundr vicharo or prgtishil sbdo se sbi ko ak bhot acha path pdaya h

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  45. beta humesha khush rho aap khud aage bdo or sbko bdao

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  46. It's very pleasant to read ����

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  47. It's very pleasant to read 🌸🌸

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  48. It's very pleasant to read 🌸🌸

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  49. आज़ के परिवेश में सटीक चित्रण किया है आपने 🌹
    साकारात्मक्ता और सहूलियतों से बंधा हुआ बहुत खूबसूरत आलेख हैं। तार्किक उदाहरण महान विद्वानों के प्रस्तुत किया है आपने।
    आपको बहुत बहुत बधाई 🌹🌹

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    1. यशवंत राय श्रेष्ठ 🌹🙏🌹

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  50. आज के परिवेश में शिक्षा का महत्व आपने बेहतर तरीके से समझाया है आपकी सकारात्मक सोच और गहन चिन्तन से आपने बहुत खूब शिक्षा के महत्व हमारे समक्ष प्रस्तुत किए धन्यवाद

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  51. हमे हमारे जीवन का अहम हिस्सा समझाने के लिए धन्यवाद जिम्मेदारी और जिम्मेदार नागरिक बनाने में शिक्षा का बहुत महत्व है

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  52. यशवतं राय श्रेष्ठ

    आज के परिवेश में सटीक चित्रण किया है आपने 🌹
    साकारात्मक्ता और सहूलियतों से बंधा हुआ बहुत खूबसूरत आलेख हैं। तार्किक उदाहरण महान विद्वानों के प्रस्तुत किया है आपने।
    आपको बहुत बहुत बधाई 🌹

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  53. बहुत खूब बेहतरीन 👌👌

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  54. बहुत अच्छा लिखा है आपने

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  55. बहुत अच्छा लिखा है आपने

    बहुत अच्छी जानकारियाँ जुटाई है आपने

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  56. This comment has been removed by the author.

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  57. रेणु बहुत ही अच्छा लिखा है और अच्छी जानकारी आपने जुटाई ही हमेशा तरक्की करो और आगे बढ़ती रहो

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  58. Bhut khoob bhut achha likha aapka ye article skaratmkta ko drsha rha h

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  59. रेणु जी बहुत अच्छा लिखा है शिक्षा का महत्व आपने बहुत अच्छे से समझाया है

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  60. Waahhh bhut khoob ase hi likho or bdhti rho

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  61. बहुत अच्छे तरीके से आपने शिक्षा का सटीक चित्रण किया है सकारात्मक ऊर्जा भरता हुआ आपका आर्टिकल है और समाजिक परिवेश में समायोजन शिक्षा की वजह से ही सम्भव है बहुत खूब लिखा है

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  62. बहुत ही उम्दा लेख

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