टीस - by Abhilasha "Abha" ( Love Hindi Poem, Love Shayari, Love Status, Love Quotes, Love Poem, Love Kavita ))
सावन आ गया है,पिया,
बादल घुमड़ घुमड़ कर बरस रहे,
बिजली चमक चमक कर,
मन में मेरे टीस उठा रही,
मोर नाच नाच कर पूछ रहे,
आओगे क्या इस बार तुम??
झूले पड़ गए अँगना में,
खनक बढ़ गई मेरे कँगना में,
खन खन कर ये पूछ रहे,
कसक मिटाने पिछले कई सालों की,
आओगे क्या इस बार तुम??
चलती हूँ मैं जब जब,
छनके पायलिया तब तब,
टूट टूट कर घुंघरू करते मुझसे सवाल,
आओगे क्या इस बार तुम??
जो कभी कहा था तुमने मेरे कानों में,
प्रेम शब्द वो गूंज रहे,
मेरे मन मंदिर के आंगन में,
मोती बनकर बिखर रहे,
उन मोतियों की माला बनाने,
आओगे क्या इस बार तुम??
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