उड़ान - by Anjali Goswami ( Motivational, Motivational Poem, Motivational Kavita, Motivational Quotes, Motivational Shayari )
इस खिड़की के बाहर की दुनिया
देती है मुझे आवाज़ ,
क्यों कैद हो गई तुम
क्या भूल गई अपनी उड़ान ।
पंख तो नहीं कटे तुम्हारे
फिर क्यों नहीं भरी उड़ान
क्या परिंदो ने भी कभी सोचा है,
की उनकी उड़ान पर ,
क्या कहेगा जहान ।
पंख दिए है ईश्वर ने ,
इसलिए नापते है आसमान।
तुम क्यों भूल गई हुनर अपना ,
या ये कहूं की ना रही ,
तुम्हारे पंखों में जान ।
छोड़ो भी अब ये ,
लोगो की बातों को सुनना ,
ना बनों हर किसी की नजर में महान ।
अब सुध ले लो अपनी भी ,
बढ़ो आगे और छू लो आसमान।।
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