राफेल - by Dr. Vishal Singh 'Vatsalya' ( Motivational, Motivational story, Rafael )

 



'सुनो हमारे देश में राफेल आ गया है'... 'बधाई हो' मैने अपने दोस्त अजय की बात काटते हुए कहा।

'तुमने उसे टीवी पर देखा, उसका पायलेट कितना कुशल होगा' अजय ने खुशी से कहा।

मैं हसने लगा 'क्यों हस रहे हो? कोई जोक सुनाया मैंने' वो खिसिया गया...'अरे नहीं भाई, मैने कल उससे भी कुशल एक पायलेट देखा'....'अरे कहा देखा" अजय ने जल्दी से कहा "कल काम से वापिस आया तो देखा , रास्ते में एक बाइक पर एक आदमी तीन बच्चो, अपनी पत्नी और बहुत बड़े समान के बैग के साथ यात्रा कर रहा था। पहले देखा तो बहुत हसी आईं की भाई बहुत अच्छे ड्राईवर हो" अब अजय भी हसने लगा...." फिर गुस्सा भी आया कि भाई क्यों सबकी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हो"...."हा भाई गलत बात है ये तो, कुछ परेशानी हो जाए तो सबकी जान के लेने के देने पड़ जाए सोचना चाहिए इंसान को" अजय ने कहा।.... "हा अजय मैने आगे जाकर उसको साइड में रोक लिया और बोला कि भाई इन सब की चिंता नहीं है क्या आपको.... वो बोला क्या हुआ?" मैने कहा "बाइक दो लोगो की सवारी है, 


आप इतने समान के साथ पांच लोग बैठे है, खतरे की तो बात है ना?"... "फिर क्या जवाब दिया उसने" अजय ने उत्सुकता से पूछा ...."हा  वो बोला साहब शौक नहीं है मुझे अपनी या इनकी जान की सौदा करने का मजबूरी है। इस महामारी में नोकरी चली गई हैं मुश्किल से बच्चो का पर पाल रहा हूं घर से सूचना आईं है कि पिताजी बहुत बीमार है। पता नहीं बच पाएंगे या नहीं। बस, रेल चल नहीं रही इसलिए आप जैसे एक भले मानुष दोस्त से बाइक उधार लेके आया हूं। जमाना खराब है इन सबको किस के सहारे छोड़ कर आता अब आप बताओ क्या करू सुबह से चल रहा हूँ। कुछ पेट में नहीं गया है।".... "फिर" अजय ने टोका।... "फिर क्या में तो खड़ा रह गया। क्या कहता शब्द ही नहीं थे। बस उन्हे देखता रह गया मासूम बच्चे मेरी तरफ देख रहे थे। मैने उन्हे देखा फिर कहा पहले एक काम करो उतरो आप सब वो तपाक से बोला क्यों उतरे?"... मैने कहा "कुछ खा लो, इन बच्चो को भी कुछ खिला दो" हा...हा...हा..हा.. अब अजय हंसने लगा।.... "क्या हुआ क्यों इतना हस रहे हो?" मैने पूछा।... "बस तुम और तुम्हारा गुस्सा, अजीब हो यार तुम भी, पिघल गए जरा सी कहानी पर खाना भी खिला आए" ..... "हा तो क्या करता, माना गलत कर रहा था पर मज़बूरी है। क्या करता वो खाना खिलाना तो बनता था ना। बच्चे भी भूखे होंगे उनको खाना खिलाया और उसके परिवार को अपने  ड्राइवर के साथ कार से भेज दिया।"...  


"हा भाई अच्छा किया बहुत अच्छा किया" अजय बोला।..."हा अजय वो तो चला गया पर अपने साथ बहुत से सवाल छोड़ गया चीन से तो लड़ लेंगे पर पहले घर की मज़बूरी से तो लड़ ले"...।




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