क्यो हो गये हम मतलबी? - by Pinki Khandelwal ( Motivational, Motivational Poem, Motivational Quotes, Motivational Shayari )
जब मन अशांत हो,
तो देख खुले आसमान को,
और देख उन परिंदों को,
दिन भर भटकते है,
भोजन की तलाश में,
और देख फिर खुद को,
सब कुछ है फिर भी परेशान हैं,
आखिर क्यों?
क्योंकि हमें आदत हो गई,
सुखी जीवन व्यतीत करने की,
अब मुश्किल आते ही,
कांप जाते हैं हम,
पर सोच उन किसानों के बारे में,
जब हो जाती थी उनकी फसल खराब,
तब क्या बोलते थे तुम,
होता था जब देश में अन्याय,
तो क्यो नही उठाते थे आवाज,
क्योंकि डर था तुम्हें,
पर सोच जरा,
कितने वीर जवान जगते हैं,
सीमा पर,
जब कहीं सो पाते हो तुम,
चैन की नींद,
कितने लोग दूर है,
आज अपने ही परिवार से,
और कितने वीर शहीद हो गए,
हमारी रक्षा के खातिर,
फिर क्यो?
तुम्हे अपनी ही खुशी दिखती है,
क्यो हो गये तुम इतने मतलबी
No comments