होली - by Priyanka Pandey Tripathi


होली खूब मस्ती से, सराबोर होकर खेले।

पर सावधानीपूर्वक, सकारात्मकता के साथ।।


गीले रंगों को तजकर, सूखे रंगों की करें बौछार।

जल का संरक्षण कर, खुशियां बांटें अपार।।


होलिका दहन मे,जला दें सारी दुर्भावनाए।

मन को निर्मल कर, एक दूजे से मिले गले।।


मन मे न रखे विकार,न ही कोई क्लेश।

रंग बिरंगे रंगों से,मिटा दे उर के सब भेद।।


प्रेम और सौहार्द से,गढ़े सुंदर भारत देश।

तीन रंगों मे रंगा तिरंगा, लहराए स्वतन्त्रेश।।


सुख दुख मे रहे संग, यही उन्नति का आधार।

खुशियों के रंग मे रंग जाए,लाए जीवन मे नवाचार।।


जन जीवन सुखमय करें, बनाएं जीवन अतुल्य।

मस्ती के रंग में रंग कर, कर दे होली बहुमूल्य ।।




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