हनुमान लला - by Dr. Balkrishna Pandey


हनुमान लला


हनुमान लला हो तुम मेरे सबके संकट मिटाने वाले  ।

सबके कष्ट को काट देव सुख शान्ति बढ़ाने वाले  ।।


जिसने भी समर्पण किया उसे भवसिन्धु से पार कराया है,

सागर लांघ आपने तो सीता का पता लगाया है  ।

आपही हैं प्रभु राम को धीरज बंधाने वाले  ।।

हनुमान लला हो तुम......... 


रावण का घमंड तोड़ करके फूँक दिया लंका नगरी, 

निर्भय हो सभा में जा करके समझाया उसे धर्म डगरी  ।

सीता माँ ने अमर किया है लंका को जलाने वाले  ।।

हनुमान लला हो तुम........ 


राम कृपा से आज भी सबके दुःख हरते रहते हो  ,

नमन करूँ हनुमान लला, भला सभी का करते हो  ।

मेरे ऊपर दया करो दुनियाँ की लाज बचाने वाले  ।।

हनुमान लला हो तुम...... 

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