जिंदगी एक सफर - by Rekha Chamoli
जिंदगी एक सफर
वक़्त ये बुरा है पर धैर्य न खोना दोस्तों
निराश मन में होगा,पर मुस्कुराना न छोड़ना दोस्तों।
कुछ लम्हों ने दर्द दिया है,कुछ जख्म भी मिले हैं
हौसला खुद में रखना,बिखरना न दोस्तों।
सुख-दुख तो जीवन की धारा
मिले किस्मत से जो भी, स्वीकार करना दोस्तों।
अपनी मर्जी से कहां चलता है ये सफर जिंदगी का
पर मिले जो भी लम्हा जीने का, जिंदादिली से जीना दोस्तों।
छलके कभी आंखों से आसूं,आंचल में छुपा लेना
हो सके तो किसी बेसहारे को ,सहारा देना दोस्तों।
कितना भी निष्ठुर हो वक्त का पहिया
हो घनघोर काली रातों का पहरा
पर उगेगा एक दिन सुनहरी आशाओं का सूरज
ये विश्वास हर पल,दिल में रखना दोस्तों।
बीता कल आता नहीं मुट्ठी में
पर अपनों का साथ थामें, अपनों को साथ लेकर
फिर से नयीउम्मीदों के नये सफर पर
एक नयी सुबह संग चल देना दोस्तों।
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