संसार मुझे देखने दो - by Kamlesh Mathur
संसार मुझे देखने दो
देखने दो मुझे भी संसार
यह संसार मुझे देखने दो
क्यों डरती हो मेरी माँ मुझसे
मुझसे क्यों इतना डरती हो
करो माँ मुझे प्यार
मुझे भी प्यार करने दो
देखने दो मुझे संसार
मुझे यह संसार देखने दो.....।।
कब से सजो रही हूँ सपने
सपने मुझे मेरे सजोने दो
मुझे देदो माँ आकार
मुझे आकार लेने दो
मै गुड़ियाँ हूँ तेरे आँगन की
मुझको आँगन में खेलने दो
देखने दो मुझे संसार
मुझे यह संसार देखने दो......।।
मै इतनी बुरी तो नहीं
जो मुझसे इतना डरती हो
हूँ अंस तेरे इस तन का
मुझे इस अंस में पलने दो
आख़िर तुम भी बेटी हो किसी की माँ
मुझे अपनी बेटी बनने दो
देदो माँ मुझे भी प्यार जरा सा
मुझे भी प्यार करने दो
देखने दो मुझे संसार
यह संसार मुझे देखने दो.....।।
जबसे मुझमे जान आई
मै सपने सजो रही हूँ
बाँधूँगी मै भाई के राखी
फिर जी भर प्यार करुँगी
पर एक बात बता मेरी माँ मुझको
ऐसी ही हर माँ बेटी को ठुकराएगी
कहाँ से लाओगी बहू और कैसे वंश चलाओगी
देखने दो मुझे संसार
मुझे यह संसार देखने दो....।।
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