प्यारा वतन - by Md. Javed Saudagar


प्यारा वतन

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दुनियाँ में सबसे प्यारा,

प्यारा है ये वतन।

दुनियाँ के हर चमन से,

प्यारा है ये चमन।।


महकाया है जिसको क़िरदार से,

लालबहादुर, बापू ने, क़लाम ने,

ऐसे सच्चरित्र बाग़वानो का,

संवारा है ये चमन।।


सींचा है जिसको ख़ून से,

लक्ष्मीबाई, अशफ़ाक़ुल्ला,

चंद्रशेख़र ने, भगत ने,

ऐसे शहीद-ए-हिन्द का,

सरमाया है ये वतन।

दुनियाँ में सबसे प्यारा,

प्यारा है ये वतन।।


छू नहीं सकती इसे,

नफ़रत की आँधियाँ।

ओढ़ के आ जाएँ चाहे,

हिंसा का ये क़फ़न।।


सत्य, अहिंसा, प्यार का,

नारा है ये वतन।

दुनियाँ में सबसे प्यारा,

प्यारा है ये वतन।।


पाक़ीज़गी क़ुरान की,

गीता के हैं वचन,

नानक के हैं बोल यहाँ,

बाइबिल की है क़सम,

हर मज़हब के हैं निशां यहाँ,

हर तहज़ीब का चलन।।


मंदिर, कहीं मस्जिद,

गिरजा, कहीं गुरुद्वारा है ये वतन,

दुनियाँ में सबसे प्यारा,

प्यारा है ये वतन।

दुनियाँ के हर चमन से,

प्यारा है ये चमन।।


- मो० जावेद सौदागर

रीवा, मध्य प्रदेश

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