आजादी - by Moorat Singh Yadav


आजादी

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भारत माँ के वीर सपूतों,

धन्य तुम्हारी छाती है।

प्राणों का बलिदान कर गए,

याद तुम्हारी आती है।।


जो आजादी आप दे गए,

उसका मिलना मुश्किल था।

अंग्रेजों की जमीं नीव का,

हरगिज हिलना मुश्किल था।।


दो पीछे दो आगे पीढ़ी,

हमनें सही गुलामी को।

कहीं तिरंगा फहर न पाया,

तरसा खूब सलामी को।।


आजादी कैसे मिलती है,

वीर हमें सिखला गए।

आजादी को कैसे रखना,

वही राह दिखला गए।।


आजादी का परचम देखो,

ऐसा ही फहराना है।

जीवन को आजादी से जीना,

कभी नहीं घबराना है।।


वीर शहीदों की कुर्बानी,

हमको दे गई आजादी।

गर्व करें हम भारतवासी,

अमन चैन से है आबादी।।


आजादी से सभी रहेंगे,

हम भारत आजाद में।

"मूरत" गीत अनेकों गाना,

आजादी की याद में।।


- मूरत सिंह यादव

चिरुला-दतिया, मध्य प्रदेश

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